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SAF तकनीक: हवाई यात्रा का कार्बन-निरपेक्ष भविष्य

By: Anjon Sarkar

On: Tuesday, September 23, 2025 5:29 PM

SAF तकनीक
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SAF तकनीक SAF तकनीक ही है नेट-जीरो की कुंजी

आज जब दुनिया जलवायु संकट और कार्बन उत्सर्जन की चुनौतियों का सामना कर रही है, हवाई यात्रा उद्योग भी अपने हिस्से का योगदान देना चाहता है। हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) ने वार्ले कंसल्टिंग के साथ मिलकर एक अध्ययन प्रकाशित किया, जिसने यह स्पष्ट किया कि नेट-जीरो CO₂ उत्सर्जन तक पहुँचने के लिए पर्याप्त सतत एविएशन फ्यूल (SAF) फीडस्टॉक उपलब्ध है, लेकिन असली बाधा तकनीक के धीमे रोलआउट में है, न कि फीडस्टॉक की कमी में।

अध्ययन के अनुसार, यदि एयरलाइन उद्योग 2050 तक नेट-जीरो कार्बन लक्ष्य हासिल करना चाहता है, तो उसे लगभग 500 मिलियन टन SAF की आवश्यकता होगी। यह लक्ष्य बायोमास और पॉवर-टू-लिक्विड (PtL) दो मुख्य स्रोतों से पूरा किया जा सकता है। बायोमास से 2050 तक सालाना 300 मिलियन टन SAF का उत्पादन संभव है, जबकि PtL तकनीक शेष जरूरत को पूरा करेगी।

IATA के डायरेक्टर जनरल, विल्ली वाल्श ने कहा, “अगर SAF उत्पादन को प्राथमिकता दी जाए, तो फीडस्टॉक उपलब्धता अब कोई बाधा नहीं है। हमारे पास 2050 तक नेट-जीरो लक्ष्य हासिल करने के लिए पर्याप्त सतत स्रोत मौजूद हैं। लेकिन इसे वास्तविकता में बदलने के लिए SAF उद्योग की वृद्धि को तुरंत तेज करना होगा।”

अध्ययन से यह भी पता चलता है कि तकनीक का विस्तार और निवेश ही इस लक्ष्य को पूरा करने की असली चुनौती है। PtL उत्पादन के लिए सस्ती अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन और कार्बन कैप्चर इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता होगी, और इन सभी को समय पर उपलब्ध कराना अनिवार्य है। इसके अलावा, सरकारी नीतियों का सहयोग और उद्योग के विभिन्न हिस्सों में तालमेल भी SAF उत्पादन को गति देने के लिए जरूरी है।

IATA की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, मैरी ओवेन्स थॉमसन ने कहा, “SAF उत्पादन के क्षेत्रीय अवसर रोजगार सृजन, आर्थिक विकास और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा दे सकते हैं। सरकारों, ऊर्जा उत्पादकों, निवेशकों और हवाई यात्रा क्षेत्र को मिलकर काम करना होगा, निवेश को जोखिम-मुक्त बनाना होगा और तकनीक के रोलआउट को तेज करना होगा। समय अब है, विलंब केवल चुनौती को बढ़ाएगा।”

अध्ययन यह संदेश भी देता है कि SAF का पूरा उत्पादन केवल तकनीकी और वित्तीय प्रयासों पर निर्भर नहीं है, बल्कि राजनीतिक इच्छाशक्ति और ऊर्जा उद्योग की भागीदारी पर भी निर्भर करता है। सही नीतियों और निवेश के साथ, बायोमास और e-SAF से सालाना 500 मिलियन टन SAF का उत्पादन करना संभव है। यह न केवल हवाई यात्रा उद्योग को स्थायी बनाएगा, बल्कि वैश्विक जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने में भी मदद करेगा।

संक्षेप में, SAF तकनीक ही हवाई यात्रा को कार्बन-निरपेक्ष भविष्य की ओर ले जाने वाली असली कुंजी है। 25 वर्षों का समय बहुत कम है, और इसे वास्तविकता में बदलने के लिए तत्काल कार्रवाई, सहयोग और निवेश आवश्यक है।

डिस्क्लेमर: यह लेख IATA और Worley Consulting द्वारा प्रकाशित अध्ययन के आधार पर लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान और उद्योग विश्लेषण पर आधारित है और निवेश या नीति निर्णय के लिए प्रत्यक्ष सलाह नहीं है।

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