
दुनिया की सबसे बड़ी ज्वेलरी कंपनियों में से एक, Malabar Gold & Diamonds, अब तकनीकी क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रही है। कंपनी ने अपने व्यवसाय को और अधिक डिजिटल, कुशल और ग्राहक-केंद्रित बनाने के लिए Accenture के साथ साझेदारी की है। इस सहयोग का उद्देश्य क्लाउड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग करके मलाबार के संपूर्ण बिजनेस मॉडल को एक नए डिजिटल युग में परिवर्तित करना है।
भविष्य की ओर बढ़ता कदम: Malabar Gold & Diamonds Hires Accenture for Cloud and Technology Transformation
मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स, जिसकी वार्षिक टर्नओवर लगभग 6.2 बिलियन डॉलर है, आज वैश्विक स्तर पर छठी सबसे बड़ी ज्वेलरी रिटेलर है। कंपनी के पास 13 देशों में फैले 380 से अधिक आउटलेट्स और 22,000 से ज्यादा कर्मचारियों की टीम है। अब यह विशाल संगठन अपनी सेवाओं और प्रक्रियाओं को और बेहतर बनाने के लिए डिजिटल परिवर्तन की ओर अग्रसर है।
इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को अधिक व्यक्तिगत, तेज़ और सहज अनुभव प्रदान करना है। कंपनी चाहती है कि चाहे ग्राहक ऑनलाइन खरीदारी करें या स्टोर पर, हर चरण पर उन्हें एक परफेक्ट और सरल अनुभव मिले — ब्राउज़िंग से लेकर बिलिंग और चेकआउट तक।
टेक्नोलॉजी से सजेगा नया अनुभव: Malabar Gold & Diamonds Hires Accenture for Cloud and Technology Transformation
Accenture इस नए प्लेटफॉर्म को डिजाइन और लागू करने की जिम्मेदारी संभालेगी। यह प्लेटफॉर्म एक मजबूत डिजिटल कोर (Digital Core) पर आधारित होगा, जो क्लाउड, जनरेटिव AI और अन्य उन्नत तकनीकों की शक्ति को एकीकृत करेगा।
यह नया सिस्टम न केवल ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाएगा, बल्कि कंपनी के आंतरिक संचालन को भी मजबूत करेगा। वित्त, उत्पादन, सप्लाई चेन मैनेजमेंट और रिटेल जैसी मुख्य प्रक्रियाओं को इस तकनीक के माध्यम से और अधिक कुशल बनाया जाएगा।
सबसे खास बात यह है कि यह प्लेटफॉर्म रीयल-टाइम डेटा के आधार पर काम करेगा। यानी, सोने और हीरे जैसे कीमती धातुओं की उपलब्धता और कीमतों में बदलाव के अनुसार बिक्री, मार्केटिंग और डिलीवरी रणनीतियों को स्वतः समायोजित किया जा सकेगा। इससे ग्राहक अनुभव पहले से कहीं अधिक स्मार्ट और व्यक्तिगत हो जाएगा।

नए युग की संस्कृति: डेटा और नवाचार का संगम
Accenture की टीम न केवल तकनीकी समाधान तैयार करेगी, बल्कि मलाबार की कार्य संस्कृति को भी एक डेटा-ड्रिवन ऑर्गनाइजेशन में बदलने पर ध्यान देगी। इसके लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे नई डिजिटल प्रणाली को सहजता से अपनाएं और अपने काम में अधिक रचनात्मकता और दक्षता लाएं।
Accenture के भारत में प्रोडक्ट्स लीड अमनीत सिंह ने कहा कि डिजिटल कोर में निवेश करने वाली कंपनियों की राजस्व वृद्धि 60% तक बढ़ सकती है, जबकि मुनाफे में 40% तक की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। उनका मानना है कि इस तरह की AI-चालित प्रणालियाँ कंपनियों को न केवल अधिक प्रतिस्पर्धी बनाती हैं, बल्कि उन्हें “continuous reinvention” के लिए तैयार भी करती हैं।
ग्राहकों और कंपनी दोनों के लिए फायदे का सौदा
मलाबार ग्रुप के वाइस चेयरमैन अब्दुल सलाम के.पी. ने इस साझेदारी पर कहा कि कंपनी हमेशा से तकनीकी प्रगति को अपनाने में अग्रणी रही है। उनका मानना है कि Accenture के साथ मिलकर एकीकृत और स्केलेबल डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करना कंपनी की भविष्य के लिए तैयारी का प्रतीक है।
“Malabar Gold & Diamonds ने हमेशा अपने ग्राहकों के अनुभव को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। यह साझेदारी हमें न केवल सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगी, बल्कि वैश्विक ज्वेलरी इंडस्ट्री में नए मानक भी स्थापित करेगी।”
यह परियोजना मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स को एक भविष्य-तैयार संगठन के रूप में स्थापित करेगी, जहां नवाचार, ग्राहक अनुभव और व्यापारिक उत्कृष्टता का एक नया युग शुरू होगा।
नई ऊँचाइयों की ओर मलाबार का सफर
यह डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पहल न केवल मलाबार की कार्यप्रणाली को उन्नत बनाएगी, बल्कि उसके वैश्विक विस्तार को भी गति देगी। जैसे-जैसे कंपनी अपने डेटा, क्लाउड और AI क्षमताओं का विस्तार करेगी, वैसे-वैसे वह एक स्मार्ट रिटेलर के रूप में विकसित होगी — जो ग्राहक की जरूरतों को रीयल-टाइम में समझकर तुरंत समाधान प्रदान कर सकेगा।
इससे न केवल ग्राहक संतुष्टि में बढ़ोतरी होगी, बल्कि ब्रांड लॉयल्टी और राजस्व वृद्धि में भी उल्लेखनीय सुधार होगा। यह साझेदारी साबित करती है कि भविष्य उन्हीं कंपनियों का है जो तकनीक को अपने व्यापार की आत्मा बनाती हैं।
निष्कर्ष
Malabar Gold & Diamonds Hires Accenture for Cloud and Technology Transformation सिर्फ एक साझेदारी नहीं, बल्कि एक ऐसे युग की शुरुआत है जहां तकनीक और परंपरा एक साथ मिलकर ग्राहकों को बेमिसाल अनुभव प्रदान करेंगे। यह भारत की उन कंपनियों में से एक है जो दिखा रही हैं कि कैसे डिजिटल सोच और इनोवेशन से वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा की जा सकती है।




