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Instagram आपकी बातें नहीं सुनता” — सीईओ एडम मोसेरी ने तोड़ी चुप्पी, बताया सच

By: Anjon Sarkar

On: Saturday, October 4, 2025 9:28 AM

Instagram आपकी बातें नहीं सुनता
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Instagram आपकी बातें नहीं सुनता क्या सच में हमारी बातें सुनी जाती हैं? CEO ने खोला पूरा राज़

आज की दुनिया में सोशल मीडिया हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। सुबह की शुरुआत हो या रात का अंत, ज्यादातर लोग अपने दिन का बड़ा हिस्सा इंस्टाग्राम, फेसबुक या व्हाट्सऐप पर बिताते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो बातें आप अपने दोस्तों या परिवार से करते हैं, वे कैसे विज्ञापनों (ads) में बदल जाती हैं? कई बार ऐसा होता है कि हम किसी चीज़ के बारे में बात करते हैं, और कुछ ही मिनटों बाद उसी चीज़ का विज्ञापन हमारे इंस्टाग्राम फीड में दिखाई देता है। इससे कई लोगों के मन में यह शक पैदा होता है कि क्या इंस्टाग्राम हमारी बातें सुन रहा है?

हाल ही में, इस पर चल रही अफवाहों को लेकर इंस्टाग्राम के सीईओ Adam Mosseri ने खुद सामने आकर सफाई दी है। उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए साफ कहा — “हम आपकी बातें नहीं सुनते। इंस्टाग्राम आपके फोन के माइक्रोफोन से आपकी बातचीत नहीं सुनता। अगर हम ऐसा करते, तो आपके फोन की बैटरी तुरंत खत्म हो जाती और माइक्रोफोन इंडिकेटर भी ऑन हो जाता।”


मोस्सेरी ने कहा — ‘यह निजता का गंभीर उल्लंघन होता’

एडम मोस्सेरी ने इस बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इंस्टाग्राम या मेटा किसी भी तरह से उपयोगकर्ताओं (users) की बातचीत को रिकॉर्ड नहीं करता। उन्होंने कहा कि किसी की निजी बातें सुनना निजता (privacy) का गंभीर उल्लंघन होगा और मेटा जैसी बड़ी कंपनी कभी ऐसा कदम नहीं उठा सकती।

मोस्सेरी ने कहा कि जो लोग यह मानते हैं कि इंस्टाग्राम उनकी बातें सुनता है, वे शायद इस वजह से ऐसा सोचते हैं क्योंकि प्लेटफ़ॉर्म का विज्ञापन एल्गोरिथ्म (advertising algorithm) बहुत स्मार्ट तरीके से काम करता है। इंस्टाग्राम उपयोगकर्ताओं की ऑनलाइन गतिविधियों, पसंद, और उनके दोस्तों की रुचियों के आधार पर विज्ञापन दिखाता है। यही कारण है कि कई बार ऐसा लगता है जैसे ऐप हमारी बातों पर नज़र रख रहा हो।


क्यों लगता है कि इंस्टाग्राम हमारी बातें सुनता है?

मोस्सेरी ने बताया कि लोगों को यह गलतफहमी चार प्रमुख कारणों से होती है।
पहला, हम अक्सर किसी विषय पर सर्च करते हैं या उससे जुड़ी वेबसाइट देखते हैं। बाद में जब उस विषय का विज्ञापन इंस्टाग्राम पर दिखता है, तो हमें लगता है कि ऐप हमारी बात सुन रहा था।

दूसरा, इंस्टाग्राम के एल्गोरिथ्म में ‘साझा रुचियों’ का प्रभाव बहुत होता है। यानी अगर आपके दोस्तों या आपके जैसे लोगों ने किसी प्रोडक्ट में दिलचस्पी दिखाई है, तो वह विज्ञापन आपके फीड पर भी आ सकता है।

तीसरा, कई बार हम किसी विज्ञापन को स्क्रॉल करते हुए अनजाने में देख लेते हैं। कुछ घंटों बाद जब हम उसी विषय पर बात करते हैं, तो हमें लगता है कि ऐप ने हमें सुन लिया, जबकि असल में वह विज्ञापन पहले ही हमारी नज़र से गुजर चुका होता है।

और चौथा कारण है सिर्फ एक संयोग — कई बार किसी चीज़ पर बात करने के तुरंत बाद उसका विज्ञापन दिख जाना बस एक इत्तेफाक होता है, न कि जासूसी।


मोस्सेरी का संदेश: “मुझे पता है आपमें से कुछ लोग फिर भी विश्वास नहीं करेंगे”

अपने वीडियो के अंत में मोस्सेरी ने कहा, “मुझे पता है कि बहुत से लोग चाहे मैं कितना भी समझा दूं, वे यकीन नहीं करेंगे। लेकिन मैं बस सच्चाई साफ़ करना चाहता था। हम आपकी बातें नहीं सुनते।”

उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोगों ने कहा कि वे मोस्सेरी की बात पर भरोसा करते हैं, जबकि कई अन्य अब भी शक जता रहे हैं कि किसी न किसी तरह इंस्टाग्राम हमारी जानकारी इस्तेमाल करता है।


मेटा की नई योजना: अब AI से जुड़े विज्ञापन

यह बयान ऐसे समय में आया है जब Meta (जो फेसबुक, इंस्टाग्राम, और व्हाट्सऐप की पैरेंट कंपनी है) ने हाल ही में घोषणा की है कि वह अपने AI चैटबॉट के ज़रिए उपयोगकर्ताओं के साथ हुई बातचीत का इस्तेमाल विज्ञापन और कंटेंट को पर्सनलाइज़ करने के लिए करेगी। यानी, जो बातें यूजर Meta के AI चैट से करेंगे, वे उनकी रुचियों को समझने में मदद करेंगी ताकि उन्हें उसी अनुसार विज्ञापन दिखाए जा सकें।

हालांकि कंपनी ने यह भी साफ किया है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी (transparent) और सुरक्षित होगी। उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी का दुरुपयोग नहीं किया जाएगा।


निजता का मुद्दा और हमारी जिम्मेदारी

टेक्नोलॉजी के इस युग में निजता का मुद्दा बेहद महत्वपूर्ण बन चुका है। चाहे कोई सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म हो या कोई मोबाइल ऐप — हर जगह हमारी जानकारी सुरक्षित रहनी चाहिए। उपयोगकर्ताओं को भी चाहिए कि वे ऐप्स की सेटिंग्स में जाकर अपनी प्राइवेसी प्राथमिकताएं (privacy preferences) नियमित रूप से जांचें और अनावश्यक एक्सेस को बंद करें।


निष्कर्ष

इंस्टाग्राम के CEO एडम मोस्सेरी का यह बयान एक बार फिर इस बहस को जीवंत कर देता है कि डिजिटल दुनिया में हमारी निजता कितनी सुरक्षित है। उन्होंने साफ कर दिया है कि इंस्टाग्राम आपकी निजी बातें नहीं सुनता, बल्कि विज्ञापन दिखाने के लिए डेटा और एल्गोरिथ्म पर निर्भर करता है।

फिर भी, उपयोगकर्ताओं के लिए यह जरूरी है कि वे सतर्क रहें, अपनी डिजिटल गतिविधियों पर ध्यान दें और हर प्लेटफ़ॉर्म पर अपनी जानकारी की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।


अस्वीकरण (Disclaimer):
यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी कानूनी या तकनीकी सलाह के रूप में न ली जाए। सोशल मीडिया पर अपनी प्राइवेसी की सुरक्षा के लिए हमेशा आधिकारिक स्रोतों और विशेषज्ञों की सलाह लें।

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