
Apple की नई AI ग्लासेस Vision Pro पर रुकावट, AI ग्लासेस पर फोकस
टेक्नोलॉजी की दुनिया में Apple हमेशा अपनी इनोवेशन के लिए जानी जाती रही है। लेकिन इस बार कंपनी ने अपने Vision Pro मिक्स्ड-रियलिटी हेडसेट की रीव्यू और ओवरहाल पर ब्रेक लगा दिया है और अपना ध्यान नई स्मार्ट ग्लासेस पर केंद्रित कर लिया है। यह कदम ऐसे समय में आया है जब बाजार में Meta जैसे कंपनियों की स्मार्ट ग्लासेस भी तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं।
Apple के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, कंपनी दो प्रकार की स्मार्ट ग्लासेस पर काम कर रही है। पहली, जिसे N50 के नाम से जाना जा रहा है, सीधे iPhone के साथ जुड़ सकेगी और इसमें खुद की डिस्प्ले नहीं होगी। Apple की योजना है कि इस मॉडल को अगले साल पेश किया जाए, ताकि 2027 तक इसे बाजार में लॉन्च किया जा सके।
दूसरा संस्करण, जिसमें डिस्प्ले होगी, 2028 में आने की योजना है। लेकिन अब कंपनी प्राथमिकता N50 पर दे रही है, जिससे यह Meta के Ray-Ban Display जैसी स्मार्ट ग्लासेस के लिए सीधे मुकाबला कर सके।
AI और वॉइस इंटरैक्शन के जरिए अनुभव को आसान बनाना
Apple की स्मार्ट ग्लासेस का फोकस वॉइस इंटरैक्शन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर होगा। इसका मतलब है कि उपयोगकर्ता केवल आवाज़ के माध्यम से ग्लास को नियंत्रित कर सकेंगे और AI की मदद से अपने डिजिटल अनुभव को और भी सहज और इंटेलिजेंट बना सकेंगे। यह कदम Apple को AI और स्मार्ट डिवाइस की दुनिया में Google जैसी कंपनियों के मुकाबले पकड़ बनाने में मदद करेगा।
Vision Pro हेडसेट, जिसे फरवरी 2024 में $3,499 की कीमत में लॉन्च किया गया था, ने शुरुआत में काफी ध्यान खींचा था। लेकिन इसे अपेक्षित सफलता नहीं मिली, क्योंकि इसके लिए पर्याप्त मेनस्ट्रीम कंटेंट उपलब्ध नहीं था और Meta जैसी सस्ती प्रतियोगी डिवाइस ने बाजार पर दबाव बनाया। Apple ने इसके हल्के और किफायती N100 वेरिएंट पर भी काम कर रहा था, लेकिन अब वह अपने संसाधनों को N50 स्मार्ट ग्लास पर लगाने का फैसला कर चुका है।
प्रतियोगिता और भविष्य की राह
इस समय Meta की $800 की स्मार्ट ग्लासेस बाजार में तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। Meta ने अपने Connect इवेंट में नई Oakley ब्रांडेड ग्लासेस Vanguard भी पेश की, जो विशेष रूप से एथलीट्स के लिए डिजाइन की गई हैं। ऐसे में Apple की AI और वॉइस-सक्षम ग्लासेस बाजार में एक नया मानक स्थापित करने की क्षमता रखती हैं।
Apple की इस नई पहल से यह स्पष्ट है कि कंपनी अपने पारंपरिक हेडसेट मॉडल से हटकर AI-सक्षम और इंटेलिजेंट डिवाइस पर जोर दे रही है। यह कदम तकनीकी दुनिया में Apple की प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति को मजबूत कर सकता है और उपयोगकर्ताओं को स्मार्ट ग्लासेस के माध्यम से एक नया और सहज डिजिटल अनुभव दे सकता है।
Disclaimer: यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों और रिपोर्टों के आधार पर तैयार किया गया है। लेख में दी गई जानकारी समय और परिस्थितियों के अनुसार बदल सकती है।